बिहार: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के जिलाधिकारी ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट 29 साल पुराने एक मामले में जारी किया गया है। लालू यादव को चारा घोटाला मामले में साल 2017 में झारखंड की सीबीआई अदालत द्वारा 14 साल जेल और 60 लाख रुपए जुर्माने की सजा मिली थी, जिसमें से उन्होंने 3 साल काट लिए हैं और फिलहाल स्वास्थ्य कारणों की वजह से जमानत पर बाहर हैं।
ग्वालियर जिला अदालत के ADPO ने बताया कि ग्वालियर जिलाधिकारी ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एक स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन्होंने कहा, “यह मामला साल 1995-97 के बीच का है। उस समय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सहित कुछ लोगों ने फर्जी दस्तावेज के जरिए गैरकानूनी हथियारों की खरीद फरोख्त की थी और उसे अपराधियों को सप्लाई किया था।”
इस अपराध में बिहार के साथ साथ उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुल मिलाकर 23 अपराधी शामिल थे, जिनमें आरजेडी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव भी थे। इन सभी आरोपियों को न्यायालय ने ‘भगोड़ा’ घोषित कर दिया था। पुलिस ने सभी 23 आरोपियों के खिलाफ 1998 में आरोपपत्र दाखिल किया। इनमें से 6 आरोपियों के खिलाफ ट्रायल चल रहा है, जबकि लालू सहित अन्य अपराधियों के खिलाफ ‘फरार पंचनामा’ तैयार किया गया।
इन मामलों में मुख्य आरोपी हैं लालू यादव
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में साल 2017 में सजा हुई थी। इसके अलावा साल 2022 में उन्हें 5वें चारा घोटाला मामले में 5 साल की जेल और 60 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। उनके साथ 39 अन्य आरोपियों को भी सजा दी गई थी। यही नहीं, ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में वह, बेटे तेजस्वी यादव, पत्नी राबड़ी देवी तथा अन्य सगे संबंधियों के साथ दिल्ली की सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा अग्रिम जमानत पर बाहर हैं।
अपने ही लोगों की मार झेल रही आरजेडी
दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल लोकसभा चुनाव के मौके पर अपने ही लोगों की मार झेल रही है। पार्टी के फायरब्रांड नेता कहे जाने वाले पप्पू यादव पूर्णिया सीट से टिकट मांग रहे थे, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली I.N.D.I गठबंधन में शामिल तेजस्वी यादव की अध्यक्षता वाली आरजेडी ने बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया है।
इसे देखते हुए पप्पू यादव ने निर्दलीय उम्मीदवारी की ताल ठोंक दी है और उनके समर्थन में पूर्णिया के आरजेडी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मो. जहीरूद्दीन तमाम नेताओं के साथ आ गये हैं। जहीरूद्दीन का कहना है कि एक फोन कॉल पर पप्पू यादव तुरंत उनके लिए खड़े हो जाते हैं और हमेशा दुःख की घड़ी में उनका साथ देते हैं।