लोकसभा चुनाव नजदीक है और I.N.D.I. गठबंधन के मुख्य सदस्य दल कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में नवीन जिंदल, संजय निरुपम, मिलिंद देवड़ा जैसे कई दिग्गज नेताओं ने बीजेपी का झंडा थामे लिया है। अब उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री पार्टी के वरिष्ठ नेता ने आलाकमान पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जब तक सत्ता की भूख नहीं होगी, हार होती रहेगी।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने समाचार एजेंसी एएन आई से बातचीत में कहा, “जब तक हम अपने अंदर सत्ता की भूख पैदा नहीं करेंगे, हर स्तर पर हमारा स्थान भाजपा लेती रहेगी। यह राष्ट्रीय स्तर या प्रांतीय स्तर की बात नहीं है, यहां तक कि गांव स्तर पर भी, यहां तक कि स्थानीय स्तर पर भी, उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हमारी जगह ले ली है, जब तक हम उन्हें वहां से नहीं हटाएंगे, तब तक हम अपने क्षेत्र क नेता कैसे बन पाएंगे…?”
रावत ने कांग्रेस को “आलसी” बताते हुए आगे कहा कि हमें इसकी सत्यता को स्वीकार करना होगी। सत्तारूढ़ दल होने के बावजूद भाजपा सक्रिय है और हम सक्रिय नहीं हो पा रहे हैं। हमें उनसे ज्यादा सक्रिय होना चाहिए, क्योंकि हमें उन्हें अपनी जगह से हटाना है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के इस बयान पर अभी तक पार्टी के तरफ से कोई आधिकारिक या अन्य नेता की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है।
अपने ही लोगों से लगातार झटके खा रही है कांग्रेस
I.N.D.I गठबंधन की मुखिया होने का दंभ भर रही और जीतने पर सरकार में अग्रणी भूमिका का ख्वाब देख रही कांग्रेस को उसके ही नेता ‘टाटा बाय बाय’ कहते जा रही हैं। 4 अप्रैल को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को त्यागपत्र भेज कर बीजेपी ज्वाइन कर ली। जबक इससे पहले मुंबई ईकाई के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सांसद संजय निरुपम और विजेंदर सिंह ने भी दूरी बना ली है। ऐसे में दो बार से लगातार बंपर जीत के साथ दिल्ली की कुर्सी हासिल कर रही बीजेपी को हराकर वहां बैठने का कांग्रेस का ख्वाब लगभग असंभव ही दिख रहा है।