केरल: लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेजी से बढ़ रही है। सभी पार्टियां एक दूसरे को पीछे धकेलने और जनता को लुभाने के लिए पुरजोर दम लगा रही हैं। इसी बीच राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम भी मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है और देश की हाईप्रोफाइल सीटों में शुमार हो गया है। कारण है- यहां से मैदान में खड़े बीजेपी व कांग्रेस उम्मीदवारों का एक दूसरे को सीधी बहस के लिए चुनौती देना।
जी हां, वर्तमान में राजधानी से कांग्रेस नेता शशि थरूर सांसद हैं और उनके खिलाफ इस बार बीजेपी ने केंद्रीय दूरसंचार मंत्री राजीव चंद्रशेखर को खड़ा किया है। जनता के मन में अपने लिए प्यार पैदा करने के लिए दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी है। चंद्रशेखर ने थरूर को यह कहते हुए चुनौती दी कि ‘इस लोकसभा क्षेत्र में उन्होंने कुछ भी नहीं किया है और जनता उनसे त्रस्त है। अगर उन्होंने यहां विकास कार्य किया है तो मेरे सामने खुलकर आएं और इस संसदीय क्षेत्र की समस्याओं पर बहस करें।’
दूसरी तरफ कांग्रेस समर्थित संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (UDF) के उम्मीदवार भी कहां पीछे रहने वाले हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि चलिए फिर राजनीति और विकास, दोनों पर आमने-सामने बहस करते हैं। यूडीएफ प्रत्याशी ने लिखा, “हाँ, मैं बहस का स्वागत करता हूँ। लेकिन तिरुवनंतपुरम के लोग जानते हैं कि अब तक कौन बहस से बचता रहा है।”
उन्होंने कहा, ''आइए हम महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और भाजपा की 10 साल की नफरत की राजनीति के प्रचार-प्रसार पर बहस करें।'आइए तिरुवनंतपुरम के विकास और पिछले 15 वर्षों में हमने (थरूर) जो प्रगति की है, उसके बारे में भी चर्चा करें।” फिलहाल तो दोनों नेताओं के बीच शब्दभेदी बाण ही चल रहे हैं और बहस होगी या नहीं या होगी भी तो कब होगी, इसका कुछ अता पता नहीं। लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि तिरुवनंतपुरम निवासियों के लिए इस बहस में भारी कौन पड़ता है।
26 अप्रैल को होगी राज्य में वोटिंग
केरल की 20 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने 26 अप्रैल की तारीख तय की है। हालांकि, इस सीट से सीपीआई ने भी पन्नयन रवींद्रन के रूप में अपना उम्मीदवार खड़ा किया है, जोकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले I.N.D.I.A का ही हि
स्सा है।