Israel- Iran War: इजरायल- ईरान के बीच शुरू हुई एक नई जंग में ईरान ने एक इजरायली कार्गो जहाज को बंधक बना लिया है, जिसमें चालक दल के 25 सदस्य हैं। इन 25 सदस्यों में 17 भारतीय नागरिक हैं। ईरान की इस हरकत पर इजरायल ने करारा जवाब देने कि बात कही है। फिलहाल सभी 25 सदस्यों को सुरक्षित निकालने की कोशिश जारी है।
इतालवी-स्विस शिपिंग समूह एमएससी ने 13 अप्रैल को कहा कि खाड़ी में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स द्वारा जब्त किए गए कंटेनर जहाज पर चालक दल के 25 सदस्य थे। समूह ने बयान में आगे कहा, “ईरानी गार्ड्स ने जहाज को स्थानीय समयानुसार 02:43 बजे उस वक्त अपने कब्जे में ले लिया, जब वह होर्मुज़ के जलडमरूमध्य के रास्ते से गुजर रही थी। जहाज पर चालक दल के 25 सदस्य हैं और हम उनकी भलाई तथा सुरक्षित वापसी की कामना कर रहे हैं।”
ईरानी सरकार के संपर्क में भारत
जहाज पर 25 में से 17 भारतीयों के होने की जानकारी जैसे ही सामने आई, भारतीय विदेश मंत्रालय तुरंत हरकत में आ गया। एक अंग्रेजी अखबार के सूत्रों के मुताबिक, सभी भारतीयों की सुरक्षित व सकुशल रिहाई के लिए नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास व तेहरान में स्थित भारतीय दूतावास के माध्यम से लगातार बातचीत जारी है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जहाज के साथ बंधक बने भारतीयों के परिवारों से संयम बरतने की अपील की है।
इजरायली अरबपति का है कार्गो जहाज
बताया जा रहा है कि जिस कार्गो जहाज को ईरानी बलों ने हेलीकॉप्टर की सहायता से अपने कब्जे में लिया है, वह इजरायली अरबपति इयाल ओफ़र के जोडियाक समूह का हिस्सा है, जो मुख्य रूप से लंदन स्थित जोडियाक मैरीटाइम से जुड़ा हुआ है। हालांकि, समूह ने इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि कंटेनर पर हेलीकॉप्टर की मदद से ईरानी नेवी के गार्ड्स बारी बारी से कूद रहे हैं।
इजरायल ने अंजाम भुगतने की दी चेतावनी
बता दें कि शुक्रवार की देर रात (स्थानीय समयानुसार) ईरान ने हमास आतंकियों के समर्थन में इजरायल पर एक साथ 40 मिसाइलें दाग दीं, जिसके बाद इजरायल ने ईरान के साथ भी युद्ध की घोषणा कर दी। हालांकि, ईरानी सरकार के अधिकारियों ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, क्योंकि यह हमला ईरान के आतंकी संगठन हिज्बुल्लाह द्वारा किया गया है।
बताया जा रहा है कि ईरान ने यह हमला फिलस्तीन में आतंकियों के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई के बदले के साथ साथ पिछले महीने सीरिया में इजरायल द्वारा किए गए एक मिसाइल हमले के प्रतिशोध में भी किया है। यह हमला ईरानी दूतावास के ठीक पास किया गया था, जिसमें एक ईरानी कमांडर सहित 12 लोगों की मौत हुई थी। इसी के बाद से ईरान इजरायल पर और खुलकर हमले की धमकी देने लगा, जो शुक्रवार को शुरू भी हो गया।
ईरान के इस हमले पर बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के एक अधिकारी ने एक्स पर कहा कि ईरान ने इजरायली जहाज को बंधक बनाकर कायरता का परिचय दिया है। अयातुल्लाह खामनेई का कार्यकाल एक अपराधी का कार्यकाल है जो हमास आतंकियों का समर्थन करता है और अब समुद डाकुओं की तरह बर्ताव कर रहा है।
ईरान द्वारा जहाज को जब्त करने की खबर के बाद इजराइल की सेना ने शनिवार को चेतावनी दी कि क्षेत्र में संघर्ष बढ़ने के "परिणाम" ईरान को भुगतने होंगे। सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने एक बयान में कहा, "ईरान को स्थिति को और अधिक बढ़ाने के लिए परिणाम भुगतना होगा।”