कर्नाटक में हुई 23 वर्षीय छात्रा की हत्या के मामले में अब ‘लव जिहाद’ का एंगल भी आ गया है। ये बात खुद मृतका के पिता व कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमठ ने बोला है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की हत्या ‘लव जिहाद’ के कारण हुई की गई है। मृतका नेहा हुबली जिले के बीवीबी कॉलेज से मास्टर्स की पढ़ाई कर रही थी। उसके दोस्त फैयाज़ द्वारा गुरुवार को कॉलेज कैंपस में ही दिनदहाड़े चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी।
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में पिता निरंजन ने कहा कि फैयाज़ ने उसे सिर्फ इसलिए मार दिया, क्योंकि उसने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा कि वो उनकी बेटी के पीछे बहुत पहले से था और इस माम में उन्होंने हस्तक्षेप करके उसे समझाने की भी कोशिश की यह कहकर कि ‘तुम मुस्लिम है और हम हिंदू, इसलिए यह रिश्ता कभी भी नहीं हो सकता। लेकिन फिर भी वह नहीं माना और 18 अप्रैल को उसने चाकू से 7-8 बार उसने वार करके नेहा को मार डाला।’
निरंजन ने पूछा कि यह ‘लव जिहाद’ नहीं तो और क्या है। उन्होंने कहा, ''इस तरह की घटनाएं होती रही हैं। मैं विभिन्न मामले देख रहा हूं और उनकी क्रूरता बढ़ती जा रही है। युवा क्यों भटक रहे हैं? हालात ऐसे बिंदु पर आ गए हैं जहां मैं यह कहने में संकोच नहीं कर सकता।' क्योंकि मैं बेटी को खोने का दर्द जानता हूं।' मैंने कई मामलों में देखा है कि माता-पिता ने अपने बच्चों को खो दिया है। मुझे लगता है कि यह 'लव जिहाद' बहुत फैल रहा है।”
अपनी ही पार्टी के पार्षद की बात झूठला रही है कांग्रेस
हालांकि, कर्नाटक की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार ‘लव जिहाद’ वाले एंगल को सिरे से खारिज कर रही है। राज्य में कांग्रेस के शीर्ष नेता जी. परमेश्वर ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम के बीच बार बार नफरत फ़ैलाने के लिए बीजेपी ‘लव जिहाद’ का एंगल घुसा रही है। परमेश्वर ने तो यहां तक कहा कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और रिश्तों में खटास आने पर फैयाज़ ने यह कदम उठाया। यही बात मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी कही। ऐसा कहकर सिद्धारमैया सरकार खुद अपनी ही पार्टी के पार्षद जिसने अपनी बेटी खोई है, की बात को झूठला रही है।
बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने इस हत्या को ‘लव जिहाद' का मामला बताया था। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि हत्या 'लव जिहाद' के कारण ही की गई है, जब लड़की ने आरोपी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कांग्रेस शासन में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बेहद खराब हो गई है।