West Bengal: ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय स्तर पर बने I.N.D.I. गठबंधन के मुख्य सदस्य दल के खिलाफ ही एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है। सूबे में लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशी के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल में कांग्रेस और सीपीआई को वोट दें। इन दोनों दलों को ममता ने बीजेपी का समर्थक बताया।
मुर्शिदाबाद में एक जनसभा के दौरान सीएम ममता बनर्जी ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा, “बंगाल में कोई भी INDIA गठबंधन नहीं है। मैंने विपक्षी दलों के इस गठबंधन को साकार करने में मुख्य भूमिका निभाई। यहां तक कि गठबंधन का नाम I.N.D.I.A मेरे ही द्वारा सूझाया गया था। लेकिन यहां बंगाल में कोई भी गठबंधन नहीं है। यहां हम अकेले ही लड़ रहे हैं।”
बनर्जी ने आगे कहा कि यदि आप बीजेपी को हराना चाहते हैं तो सीपीआई और कांग्रेस को बिल्कुल भी वोट मत दीजिए। बता दें कि इससे पहले जनवरी में ममता ने एलान किया था कि पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी का कोई भी गठबंधन नहीं होगा और वो यहां अकेले ही चुनाव लड़ेंगी। बहरहाल, अपने ही सहयोगी दल के इस बर्ताव पर अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई भी अधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कांग्रेस के खिलाफ ही मैदान में खड़े हैं सहयोगी दल
दरअसल, यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के खिलाफ उसी के सहयोगी दल मैदान में खड़े हैं। केरल में चले जाएं तो वहां राज्य की जिस वायनाड सीट से कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी दूसरी बार लोकसभा जाने के लिए जोल लगाए हैं, वहां राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी सीपीआई ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं, सीपीआई उम्मीदवार ने तो उन्हें वापस उत्तर प्रदेश जाने के लिए कह दिया, जहां से वह पहले चुनाव लड़ते थे।
खैर, अब तो देखना यह होगा कि अपने ही सहयोगियों से जूझती कांग्रेस किस हद तक 18वें लोकसभा चुनाव में कामयाब होती है। उत्तर प्रदेश और बिहार की बात करें तो इन दोनों राज्यों में देश की सबसे पुरानी पार्टी ने राज्य में मजबूत क्षेत्रीय पार्टी से गठबंधन किया है। समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को यूपी में जहां 80 में से 17 सीटें दी हैं तो वहीं बिहार में आरजेडी ने 40 में से 16 सीटें दी हैं।