नैनीताल। सोमवार को रात करीब साढ़े दस बजे नैनीताल के पास बेतालघाट क्षेत्र के मल्ला गांव में ऊंचाकोट मोटर मार्ग पर नेपाल जा रही एक पिकअप खाई में पलट गई। करीब 200 मीटर गहरी थी खाई, हादसे में ड्राइवर समेत आठ लोगों की मौत. उसमें सवार दो नेपाली मजदूर भी घायल हैं, जिन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है। थानाध्यक्ष अनीस अहमद ने बताया कि सोमवार को घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया.
ये हादसा कोई नया नहीं है, कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं. हैड़ाखान मोटर मार्ग पिछले डेढ़ साल से हादसों का केंद्र बना हुआ है। लेकिन इन सड़कों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. लोग जान जोखिम में डालकर इन जर्जर सड़कों पर चलने को मजबूर हैं। यह सड़क 120 गांवों की 50 हजार की आबादी की जीवन रेखा मानी जाती है। सड़क के 380 मीटर के दायरे में किसी भी समय भूस्खलन की आशंका है। सड़क का एलाइनमेंट इतना खतरनाक है कि कभी भी वाहन अनियंत्रित होकर पलट सकता है. दोपहिया वाहनों के लिए सड़क पार करना भी एक चुनौती है। बरसात के दिनों में इस सड़क पर सफर करना और भी जोखिम भरा हो जाता है।
बेतालघाट ब्लॉक की गड्ढे वाली सड़कें
भुजान-बेतालघाट मार्ग
रातीघाट-बेतालघाट मार्ग
शहीद बलवंत सिंह मोटर मार्ग
ओखलढूंगा-रामनगर मार्ग
बेतालघाट-गर्जिया मार्ग
बेतालघाट-भतरौजखान मोटर मार्ग
परेशानी का कारण
सड़कों के किनारे पैरापिट(मार्ग के किनारे दीवार )नहीं है।
डामरीकरण नहीं होने से हादसे का डर।
प्रदर्शन के बाद भी कोई सुनवाई नहीं -
छह माह पहले ओखलकांडा में छेराखान-रीठासाहिब मोटर मार्ग पर कैंपर खाई में गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। लेकिन प्रशासन नहीं जागा. लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया लेकिन विभागीय अधिकारियों ने बजट न होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लिया।