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सवारी बनकर ई-रिक्शा में होते थे सवार, बेहोश करके करते थे लूटपाट, 7 गिरफ्तार

लोरेम इप्सम प्रिंटिंग और टाइप सेटिंग उद्योग का महज एक नकली पाठ है। लोरेम इप्सम तब से उद्योग का मानक डमी टेक्स्ट रहा है जब एक अज्ञात प्रिंटर ने एक प्रकार की गैली ली और उसे एक प्रकार की नमूना पुस्तक बनाने के लिए तैयार किया। यह न केवल पाँच शताब्दियों तक जीवित रहा है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक टाइपसेटिंग में भी छलांग लगाता रहा है, मूलतः अपरिवर्तित रहा है। इसे 1960 के दशक में लोरेम इप्सम अंशों वाली लेट्रासेट शीट के रिलीज के साथ लोकप्रिय बनाया गया था, और हाल ही में लोरेम इप्सम के संस्करणों सहित एल्डस पेजमेकर जैसे डेस्कटॉप प्रकाशन सॉफ्टवेयर के साथ इसे लोकप्रिय बनाया गया था। लोरेम इप्सम प्रिंटिंग और टाइप सेटिंग उद्योग का महज एक नकली पाठ है। लोरेम इप्सम तब से उद्योग का मानक डमी टेक्स्ट रहा है जब एक अज्ञात प्रिंटर ने एक प्रकार की गैली ली और उसे एक प्रकार की नमूना पुस्तक बनाने के लिए तैयार किया। यह न केवल पाँच शताब्दियों तक जीवित रहा है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक टाइपसेटिंग में भी छलांग लगाता रहा है, मूलतः अपरिवर्तित रहा है। इसे 1960 के दशक में लोरेम इप्सम अंशों वाली लेट्रासेट शीट के रिलीज के साथ लोकप्रिय बनाया गया था, और हाल ही में लोरेम इप्सम के संस्करणों सहित एल्डस पेजमेकर जैसे डेस्कटॉप प्रकाशन सॉफ्टवेयर के साथ इसे लोकप्रिय बनाया गया था।

सवारी बनकर ई-रिक्शा में होते थे सवार, बेहोश करके करते थे लूटपाट, 7 गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बीते 4 महीने से ई-रिक्शा लूट की कई घटनाएं पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई थी. SP ने जल्द खुलासे के लिए SOG को अल्टीमेटम दिया था. जिसके बाद SOG और अजगैन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सवारी बनकर लूटपाट करने वाले शातिर गिरोह को पकड़ा है. लुटेरे सवारी बनकर ई रिक्शा में बैठते थे, फिर ड्राइवर को नशीला पदार्थ खिलाकर लूट की घटना को अंजाम देते थे. ई रिक्शा, बैट्री और मोबाइल फोन लूटने वाला 7 लुटेरों को गिरफ्तार किया है.

लुटेरों की निशानदेही पर लूट के 2 ई-रिक्शा, एक बाइक, 2 तमंचा, कारतूस, ई रिक्शा की 16 बैट्री, 7 मोबाइल बरामद किये हैं. SP दिनेश त्रिपाठी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा किया है. एसपी ने खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है. उन्नाव पुलिस के लिए शहर क्षेत्र और अजगैन कोतवाली में ई रिक्शा लूट की घटनाएं चुनौती बनी थी. पुलिस की किरकिरी होने पर एसपी दिनेश त्रिपाठी ने SOG को जल्द खुलासे के आदेश दिए थे.

ड्राइवर को नशीली गोली खिलाकर करते थे चोरी

SOG ने सर्विलांस को एक्टिवेट किया और मुखबिर का जाल बिछाया. बुधवार की देर रात पुलिस को सफलता मिल गई. एसपी दिनेश त्रिपाठी ने खुलासा करते हुए बताया कि अजगैन थाना पुलिस और स्वाट टीम ने ई रिक्शा लूटपाट करने वाले गैंग को पकड़ा है. जिसमें 7 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. पकड़े गए शातिरों में नादिस उर्फ दानिश, नादिस, नूर आलम, सब्बीर, राजू , मुन्ना को गिरफ्तार किया गया है. लुटेरे गंगाघाट कोतवाली व सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले है.

पकड़े गए शातिरों में मुख्य आरोपी दानिश ने बताया कि वह भाड़ा बुक करने के बहाने, सवारी बैठाकर कुछ दूरी पर चलते थे. उसके बाद ई रिक्शा चालक को रास्ते में डाईजापाम की गोली खिलाकर बेहोश कर देते थे. जंगल के किनारे फेंककर ई-रिक्शा की बैटरी खोल लेते थे और पीछे से हमारे आदमी बाइक से आकर बैटरी को उठाकर कबाड़ी के यंहा जाकर बेच देते थे. कई बार चालक यदि कुछ नहीं खाता था तो कोल्ड ड्रिंक में नशीली गोली खिला देते थे जिससे वह बेहोश हो जाता था और घटना को अंजाम देते थे.

इस गिरोह ने लखनऊ में भी की चोरी

एसपी ने बताया लखनऊ में कई घटनाओं को अंजाम दिया है. पड़ोसी जिला संडीला में 16 अगस्त को एक रिक्शा चोरी कर बेच दिया था. उस घटना में भी शामिल थे. एसपी ने खुलासा करने वाली पुलिस टीम को बीस हजार रुपये के इनाम देने की घोषणा की है. एसपी ने बताया पकड़े गए शातिरों के पास से दो अदद तमंचा 315 बोर, दो जिंदा कारतूस, 6 चोरी के ई रिक्शा, 16 चोरी की बैटरी, 7 मोबाइल फोन अलग अलग कम्पनियों के, एक चोरी की बाइक, एक हजार रुपये नगद मिले हैं.

पूछताछ के दौरान आरोपी मुन्ना ओर सगीर ने बताया कि बैटरी एक साथ इकट्ठा कर लेते थे उसके बाद कुछ पहले से ही परिचित कबाड़ियों के यहां बेचते थे. जिनको परिचितों को अच्छे खासे दामों में दे देते थे.

पूछताछ के दौरान आरोपी मुन्ना ओर सगीर ने बताया कि बैटरी एक साथ इकट्ठा कर लेते थे उसके बाद कुछ पहले से ही परिचित कबाड़ियों के यहां बेचते थे. जिनको परिचितों को अच्छे खासे दामों में दे देते थे.